खबर यूपी के अमेठी से है जहाँ ग्रामीण क्षेत्रों मे बिजली की असमय कटौती होने से बिजली उपभोक्ता परेशान हैं। खास करके किसानों को धान के रोपाई म...
खबर यूपी के अमेठी से है जहाँ ग्रामीण क्षेत्रों मे बिजली की असमय कटौती होने से बिजली उपभोक्ता परेशान हैं। खास करके किसानों को धान के रोपाई मे सिंचाई के लिए समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बता दें की उत्तर प्रदेश शासन ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बिजली आपूर्ति के लिए 18 घंटे का समय निर्धारित किया है उसके लिए रोस्टर भी जारी किया गया है। लेकिन , ग्रामीण क्षेत्रों मे रोस्टर के दौरान बिजली की आँख-मिचौली चलती है जिससे रोस्टर के हिंसाब से बिजली उपभोक्ताओं को बिजली नहीं मिल पाती है। इस संबंध मे जब विद्युत वितरण खंड-दो के भेटुवा एसडीओ से बात किया गया तो उन्होने बताया की लाइन पुरानी है और कई जगह जर्जर है जिससे रोस्टर के दौरान फाल्ट आने पर मरम्मत करने के लिए बिजली सप्लाई कटनी पड़ती है। उन्होने कहा की इस समस्या के संबंध मे शासन को अवगत कराया गया है।
आधिकतम सप्लाई तो हमारा रात को दिया जाता है लगभग 15 घंटे। तीन घंटे का शेड्यूल दिन मे है उस बीच मे अनुरक्षण कार्य, व्यक्तिगत सस्याएँ केबल से संबंधित हो सकती है जो विद्युत आपूर्ति के समय हो सकती है। प्रयास यही होता है की बिजली 18 घंटे दिया जाए जो की सरकार का मानक है शेड्यूल है या कंट्रोल द्वारा कभी-कभी कटौतियाँ करा दी जाती हैं उसे आगे-पीछे पूरा किया जाता है। लाइने हमारी जर्जर हैं। कुछ लोग बीच मे पेड़ लगा दिये गए हैं जिनकी कटाई छटाई कराई जाती है। कभी-कभी उपभोक्ताओं द्वारा भी समस्याएँ खड़ी की जाती हैं। मरम्मत का सामान इस मात्रा मे नहीं आया है। जो आवश्यक होता है उसी का मरम्मत किया जाता है। तीन साल से मै जानता हूँ की इस प्रकार के मरम्मत का सामान नहीं आया है। भविष्य मे माननीय ऊर्जा मंत्री के वीडियो कान्फ्रेंसिंग मे माननीय विधायक जी और सांसद जी के माध्यम से इस प्रकार की समस्या से अवगत कराया गया है पुराने तार के मरम्मत हेतु, उच्च अधिकारियों को आकलन पत्र उचित कार्यवाही हेतु प्रेषित किया गया है।
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