*इटावा* जनपद में कचहरी परिसर में अधिवक्ताओं के द्वारा एक निलंबित दरोगा के साथ मारपीट का मामला सामने आया बताया जा रहा है कि निलं...
*इटावा* जनपद में कचहरी परिसर में अधिवक्ताओं के द्वारा एक निलंबित दरोगा के साथ मारपीट का मामला सामने आया बताया जा रहा है कि निलंबित दरोगा पर अनुशासनहीनता के तहत कार्यवाही की गई थी इसी के बाद निलंबित दरोगा अधिवक्ताओं के पास किसी मामले को लेकर गया था जहां पर कोई बात विवाद हुआ जिसके बाद अधिवक्ताओं के द्वारा निलंबित दरोगा की जमकर पिटाई की गई इस पिटाई का वीडियो लगातार वायरल हो रहा है पिटाई के बाद निलंबित दरोगा एसएसपी के पास पहुंचा इस दौरान एसएसपी ने मीडिया कर्मियों को जानकारी देते हुए बताया है कि निलंबित दरोगा के खिलाफ पहले से भी कई मामले पुलिस के संज्ञान में है और यह दरोगा अनुशासनहीनता के तहत निलंबित चल रहा है वही मारपीट का मामला सामने आया है इस मामले में जांच पड़ताल की जा रही है। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उ0नि0 विजय प्रताप वर्ष 2015 का उपनिरीक्षक है तथा उक्त उपनिरीक्षक के द्वारा वर्ष 2019 में जनपद इटावा में अगामन किया तथा इससे पूर्व में विभिन्न जनपदों में तैनाती के दौरान कई बार अनुशासितहीनता करने के कारण कई बार निलम्बित रहा है एवं प्रशासनिक आधार पर स्थानान्तरित किया जाता रहा है।
जनपद इटावा आगमन के उपरान्त भी उक्त उपनिरीक्षक द्वारा कई बार अनुशासनहीनता के कृत्य किए गए है जिनमें उक्त उपनिरीक्षक को निलम्बित किया गया है तथा इनके विरूद्व विभागीय कार्यवाही प्रचलित है जिनका विवरण निम्नवत् है-
उक्त उपनिरीक्षक द्वारा विगत में माननीय प्रधानमंत्री महोदय व माननीय मुख्यमंत्री महोदय के विरूद्व सोशल मीडिया आदि पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था।उक्त उपनिरीक्षक द्वारा पुलिस लाइन से थाना बिठौली स्थानातरित किये जाने पर विरोध स्वरूप पुलिस लाइन से दौड लगाकर 60 किमी दूर स्थित थाना बिठौली पर जाने का प्रयास किया गया था जिससे पुलिस विभाग की छवि धूमिल हुई थी।
कोविड-19 के दौरान लगे लाॅकडाउन में लगी ड्यटी के दौरान उक्त उपनिरीक्षक द्वारा थाना सहसों क्षेत्रान्तर्गत एक गांव के अन्दर गांव के लोगों के साथ मीटिंग कर हिन्दू देवी-देवताओं के विरूद्व आपत्तिजनक एवं भडकाऊ भाषा का प्रयोग करते हुए उनकी मूर्ति खण्डित करने का प्रयास किया गया था जिसके सम्बन्ध में थाना सहसों पर इनके विरूद्व अभियोग भी पंजीकृत किया गया था।
उक्त उपनिरीक्षक द्वारा जनपद में होने वाले राजनीतिक धरना प्रदर्शनों में भी लगातार भाग लिया जाता रहा है।
उपरोक्त किये गये अनुशासनहीन कृत्यों के कारण उक्त उपनिरीक्षक वर्तमान में निलम्बित चल रहा है ।
बृहस्पतिवार को उक्त उपनिरीक्षक द्वारा कचहरी परिसर में जाकर अपने अधिवक्ता के साथ गाली गलौच कर मारपीट की गयी है जिसके सम्बन्ध में उक्त उपनिरीक्षक के विरूद्व थाना सिविल लाइन पर अभियोग पंजीकृत कर कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
सवांदाता -पुनीत
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