यूपी के कौशाम्बी जिले के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के उजिहनी खालसा गांव गुरुवार को दोपहर अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से सहम गया। गोलियो...
यूपी के कौशाम्बी जिले के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के उजिहनी खालसा गांव गुरुवार को दोपहर अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से सहम गया। गोलियों की आवाज बंद हुई तो मौके पर दो शख्स खून से लथपथ घायल तड़प रहे थे। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती कराया है। घटना के पीछे विवाद अंतिम संस्कार के दौरान पुरानी अदावत में चल रहे दो शख्स के सालों बाद आमने सामने आ जाना बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार उजिहनी खालसा गांव के रहने वाले बच्चू की बेटी फातमा का निधन बीमारी के चलते बुधवार की रात हो गया।
जिसका गांव के ही कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया जा रहा था। स्थानीय लोगों ने बताया, फातमा के अंतिम संस्कार में गाव के ही शमशुल व रिजवान सालों बाद आमने सामने आ गए। दोनों के बीच वर्षों से पुरानी अदावत चल रही है। आमने सामने आते ही दोनों के बीच बंदूके निकल आई और गोलियां चलने लगी। जिसमें चाचा भतीजे गोली लगने से घायल हो गए। चाचा मोहम्मद जावेद को सीने व कंधे के बीच में गोली लगी, जबकि भतीजा मोहम्मद शादाब के पैर में गोली लगी है।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल से तड़प रहे घायलों को गंभीर हालत में प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती कराया है। एएसपी समर बहादुर ने बताया, घटना स्थल का उन्होंने मौका मुआयना किया है। हालात अब सामान्य है। घटना की जांच कर थाना पुलिस को कड़ी कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है। किसी भी गलत में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाले बख्से नहीं जायेंगे।
No comments