लेखिका नेहा मित्तल को किताबों में है बेहद रूचि नावेल लेखिका नेहा मित्तल पलियाकलां-खीरी। जिला लखीमपुर खीरी में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। जिल...
लेखिका नेहा मित्तल को किताबों में है बेहद रूचि
नावेल लेखिका नेहा मित्तल
पलियाकलां-खीरी। जिला लखीमपुर खीरी में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। जिला खीरी के तहसील पलिया के द इंडियन एकेडमी की अध्यापिका नेहा मित्तल ने अपनी प्रतिभा को एक पुस्तक लिख कर के निखारा है। जब उनसे बात की गई तो उन्होंने अपनी पुस्तक के बारे में कुछ इस तरीके से बताया...
यह मेरी पहली कृति है। लेखन का शौक मुझे बचपन से रहा है। किन्तु अध्ययन की व्यस्तताओं के बीच कभी लेखन का समय नहीं मिला। दो वर्ष पूर्व कॉलेज की नियमित अध्ययन पूर्ण होने के बाद मैंने अपने शौक को पूर्ण करने का निश्चय किया और उपन्यास लेखन का कार्य प्रारंभ किया। एक वर्ष के अथक परिश्रम के पश्चात मेरा पहला उपन्यास डेस्टनी प्लेड इट वेल आज आप सभी के समक्ष है। यह उपन्यास मेरे परिवार एवं मित्रों को समर्पित है। जिनके सहयोग एवं उत्साहवर्धन के बिना शायद यह सपना पूर्ण न होता। आप सभी से मेरा अनुरोध है कि यह उपन्यास अवश्य पढ़े जिससे मेरा उत्साहवर्धन हो सके। इस इंटरनेट के युग में आम जनता की रुचि उपन्यासों व अन्य पुस्तकों में घट रही है। मेरा आप सभी से विनम्र निवेदन है कि स्वयं व बच्चों को किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करें। क्योंकि किताबें इंसान की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं और हमेशा ही ज्ञान बढ़ाती हैं। बिना किताबों के घर ठीक वैसा ही है जैसा बिना दिमाग के शरीर, इसलिए हमें सदैव ही अपने आप को किताबों के संपर्क में रखना चाहिए और कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए।
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