कंकर खेड़ा के गोविंद पूरी राजपाल सिंह अपने परिवार के साथ रह रहे हैं दो बच्चे है राजपाल सिंह एक प्राइवेट जॉब करते हैं जोकि कोरोना की...

कंकर खेड़ा के गोविंद पूरी राजपाल सिंह अपने परिवार के साथ रह रहे हैं दो बच्चे है राजपाल सिंह एक प्राइवेट जॉब करते हैं जोकि कोरोना की महामारी में काम ना मिलने पर नौकरी भी जा चुकी है मगर सरकार जहां गरीब लोगों के लिए मुफ्त राशन की सुविधा दे रही है वहीं कुछ परिवार आज ऐसे हैं जिन्होंने पिछले कई महीनों पहले राशन कार्ड के लिए आवेदन किया था मगर आज तक उनका कोई राशन कार्ड नहीं बन पाया जिस कारण सरकार से मिलने वाला अनाज भी नहीं मिल रहा है जिस कारण इन गरीब परिवारों को कर्जा लेकर अपने परिवार का पालन पोषण करना पड़ रहा है जहां मोदी सरकार 80 करोड़ लोगों को मुक्त राशन नवंबर तक देने की बात कर रही है वहीं पर कुछ लोग आज भी ऐसे हैं जिनके राशन कार्ड तक नहीं बन पाए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाते लगाते हैं यह थक चुके हैं और राजपाल जब मेरठ के एमडी ऑफिस में राशन कार्ड बनाने पहुंचे तो रखती नहीं जख्मी हो गए जिस कारण आज उनको अपने घर पर ही रहकर आराम करने के लिए डॉक्टर ने बोला है मगर बच्चों तथा अपनी पत्नी को भूखा ही सोना पड़ता है ऐसे में सरकार इन लोगों की क्या मदद कर पाएगी यह एक बड़ा सवाल है ऐसी ही हजारों परिवार ऐसे हैं जिनको सरकार द्वारा दी गई सुविधा उन तक नहीं पहुंच रही है बस सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटते काटते कि अब यह लोग थक चुके हैं
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