अलीगढ़ थाना गोंडा के अंदर कल भाजपा विधायक और थाना अध्यक्ष के बीच मारपीट हो गई थी। लेकिन मारपीट किस वजह से हुई किसी को कुछ पता नहीं चला कि ...
अलीगढ़ थाना गोंडा के अंदर कल भाजपा विधायक और थाना अध्यक्ष के बीच मारपीट हो गई थी। लेकिन मारपीट किस वजह से हुई किसी को कुछ पता नहीं चला कि आखिर थाना अध्यक्ष और भाजपा विधायक के बीच मारपीट का मामला क्या था। लेकिन एक वीडियो सोशल मीडिया पर अब जमकर वायरल हो रही है। जिस वीडियो के अंदर थानाअध्यक्ष द्वारा भाजपा विधायक से पूछ रहे है। कि आपने मेरे साथ मारपीट क्योंकि उसके बाद भाजपा विधायक ने थाना अध्यक्ष से कहा जब तुम मेरी बात नहीं सुनोगे तो मैं क्या करूं ।
उत्तर प्रदेश में खाकी के ऊपर आरोप लगना एक आम बात हो गई है। यही कारण है। खाकी पर लगने वाले आरोपों के कारण हर रोज खाकी को कठघरे में खड़ा होना पड़ता है। लेकिन अगर बात एक वायरल वीडियो की कही जाए तो वायरल वीडियो के सामने आने के बाद कहीं ना कहीं खाकी को संजीवनी जरूर मिलेगी। उसकी वजह है। खाकी का जो दामन दागदार हुआ है। वो पूरी तरह साफ तो नहीं हो पायेगा लेकिन वायरल वीडियो सामने आने से खाकी का वो दामन दाग से निखर जरूर जाएगा।
वहीं इस मामले की सूचना बीजेपी के पदाधिकारियों के द्वारा मुख्यमंत्री को दी गई। तो वहीं मुख्यमंत्री के द्वारा उक्त मामले को संज्ञान में लेते हुए एसपी ग्रामीण को अतुल शर्मा को शासन स्तर से ट्रांसफर,और एसओ अनुज सैनी को सस्पेंड करते हुए उक्त मामले की जांच आईजी से एक दिन में रिपोर्ट पेश करने की ट्विटर से जानकारी दी। तो वहीं इस मामले पर आलाधिकारियों के सामने बीजेपी पदाधिकारी भी मान गये। और बीजेपी विधायक राजकुमार सहयोगी ने भी सहमति प्रदान की।
उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के गोंडा थाने के अंदर इगलास सीट से भाजपा विधायक राजकुमार सहयोगी और गोंडा थाना अध्यक्ष अनुज कुमार सैनी की तीखी वार्ता का वीडियो वायरल हो रहा है जिस वायरल वीडियो में भाजपा विधायक राजकुमार सहयोगी ने थाना अध्यक्ष के साथ हुई मारपीट की बात खुद अपने मुंह से भाजपा विधायक कुबूल की है बीजेपी MLA के साथ मारपीट से पहले का वीडियो हुआ वायरल थाने पहुंचते ही बीजेपी विधायक राजकुमार सहयोगी द्वारा थाना अध्यक्ष के साथ मारपीट का सच हुआ वायरल वीडियो से हो रहा उजागर।
गोंडा थाने में विधायक राजकुमार सहयोगी और एसओ के बीच क्या हुआ, इसे लेकर बेशक लोगों की अपनी-अपनी दलील हो। मगर झगड़े के बाद एसओ और विधायक के बीच हुई बातचीत में खुद विधायक राजकुमार सहयोगी अपने ही बयानों में फंसते नजर आए। बातचीत में एसओ ने सवाल किया है कि आपने थाने में घुसते ही मेरे साथ मारपीट क्यों की। इसके जवाब में वह कह रहे हैं कि जब आप मेरी सुनते नहीं हो तो में क्या करूं। विवाद के बाद थानाध्यक्ष गोंडा और भाजपा विधायक के बीच थाने के अंदर बने एक चबूतरे पर बैठकर बातचीत हो रही है।
जहां इस बातचीत में थाना अध्यक्ष गोंडा अनुज सैनी ने ही यह सवाल उठाया है कि आपने थाने में आते ही मेरे साथ मारपीट क्यों शुरू की। जिस पर विधायक कह रहे हैं कि सैनी जी आप मेरी बात सुनिये कि जब से आपने चार्ज लिया है। एक भी काम नहीं हो रहा कार्यकर्ता या मेरे कहने पर। लूट खसोट हो रही है। मेरी सिफारिश के बाद हर बात में आप फैसला कराते हो।
पांच हजार रुपये लेकर बीस हजार रुपये लेकर फैसला कराते हो। आप पकड़कर लाने के नाम पर पेट्रोल के नाम पर जुर्माना लेते हो। फिर एसओ ने वही सवाल दुहराया कि आपने मेरे साथ मारपीट क्यों की तो विधायक जवाब दे रहे हैं कि आपने अज्जू इशहाक के कहने पर क्रास मुकदमा दर्ज क्यों कर लिया। उसने कहा खुद आपसे। अज्जू यहां नेतागिरी करेगा। फिर उसी सवाल पर एसओ विधायक को लेकर आए कि आपने मेरे साथ मारपीट क्यों की,तो विधायक बोले कि आप मेरे कार्यकर्ता की बात नहीं सुन रहे। आप हमारी बात नहीं सुन रहे तो क्या करें। जनता का काम नहीं करोगे तो क्या करें।
हमने बदतमीजी शुरू नहीं की बदतमीजी शुरू की। अब आप जो चाहें वो करें। मुझे अपना कर्तव्य पता है। एसओ ने मुस्लिम को छोड़ने के लिए विधायक द्वारा दिए गए दबाव पर जोर दिया तो विधायक इस बात को नकारने लगे। इस वीडियो में एसओ बार-बार विधायक से कह रहे हैं कि आपने मारपीट क्यों शुरू की तो विधायक उस बात पर यही जोर दे रहे हैं कि आप हमारी सुनवाई नहीं करते कार्यकर्ता की सुनवाई नहीं करते तो क्या करें। अब आप हमारे साथ जो चाहें वो कर दीजिये हमें बंद कर दीजिये।
अलीगढ़ में बीजेपी विधायक राजकुमार सहयोगी के साथ मारपीट प्रकरण में अब बसपा ने जातिवादी का कार्ड खेला है। क्योंकि विधायक राजकुमार सहयोगी दलित जाति से आते हैं इसको लेकर बहुजन समाज पार्टी के पूर्व मंडल जोन इंचार्ज रतनदीप सिंह ने कहा कि आज अलीगढ़ जनपद में जो घटना हुई है इगलास विधानसभा के दलित विधायक जो बीजेपी से हैं उनको जिस तरह से थाने में पुलिस कर्मियों द्वारा पीटा गया है इसके द्वारा मैं यह कहना चाहता हूं कि जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रदेश में बनी है तब से दलितों का उत्पीड़न लगातार बढ़ गया है। भारतीय जनता पार्टी का आज मुख्य केंद्र रहता है किसी भी तरीके से उद्देश्य है कि दलितों को इसी तरीके से आगे ना आने दिया जाए। उनकी विचारधारा है उस पर योगी जी काम कर रहे हैं। क्योंकि आप देखिए जब से सरकार बनी है तब से दलित और पिछड़े विधायक उन पर अत्याचार हो रहा है। उन्हीं के साथ मारपीट की घटना हो रही है। उन्हीं को जेल भेजा जा रहा है। किसी भी सवर्ण विधायक सांसद के खिलाफ अभी तक प्रशासन ने कोई ऐसी कार्रवाई नहीं की है। केवल दलित समाज के लोगों पर कार्यवाही की जा रही है। वह विधायक मंत्री सांसद कोई भी हो उनको किसी भी रुप से आगे नहीं आने दिया जा रहा है। मैं माननीय विधायक जी के लिए संवेदना प्रकट करता हु । पूरा समाज उनके साथ है और प्रशासन को एक बड़ी कार्यवाही करते हुए दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ।जिससे कि आगामी इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। बसपा सरकार में बहन मायावती जिस सख्ती से काम करती थी, योगी जी उसी तरीके से काम करें। नहीं तो बसपा सरकार आएगी तब एसआईटी गठित कर जांच करवाई जाएगी.।
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