सहारनपुर प्रभारी आनन्द कुमार सहारनपुर - आज राष्ट्रवादी मुस्लिम महिला संघ की राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहा फैज़ ने महिलाओं के ऊपर हो...
सहारनपुर प्रभारी आनन्द कुमार
सहारनपुर - आज राष्ट्रवादी मुस्लिम महिला संघ की राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहा फैज़ ने महिलाओं के ऊपर हो रहे उत्पीड़न को लेकर व लव जिहाद को लेकर अपने निवास स्थान पर प्रेस वार्ता की जिसमें उन्होंनेे महिला सुरक्षा को एक चुनौती बताया उन्होंने बताया कि समाज में मुस्लिम महिलाओं की ही नहीं बल्कि हिंदू लड़कियों की सुरक्षा भी खतरे में है जिस के मुख्य कारणों में लव जिहाद भी एक मुख्य कारण है जिसके अंतर्गत मुस्लिम भ्रमित लड़कों द्वारा कोई ठोस कानून ना होने के कारण हिंदू लड़की को अपना हिंदू नाम बदलकर प्रेम जाल में फंसा कर घर से भगा लिया जाता है और फिर निकाह के लिए कहा जाता है जिसका प्रथम चरण धर्मांतरण होता है फिर चाहे वह लड़की यह धर्मांतरण खुशी से करें, मजबूरी में करें या फिर जबरदस्ती करें जबकि इस्लाम में खुद जबरदस्ती धर्मांतरण की मनाही करता है मगर कट्टरवादी लोग अपना पुण्य इस बात से आते हैं कि उन्होंने कितने लोगों का धर्मांतरण करा दिया है हमारे भारत में रहकर विभिन्न समुदाय के लड़के लड़की की शादी के लिए स्पेशल मैरिज एक्ट होने के बावजूद इस एक्ट का लाभ कोई नहीं ले पा रहा मैं पिछले लगभग 7 वर्षों से इस विषय पर कार्य कर रही हूं और कई लड़कियों की काउंसलिंग करा कर उनकी उनके घरों में वापसी करा चुकी हूं वर्तमान में माननीय मुख्यमंत्री को फिर अधोहस्ताक्षरी ने वास्तविक धरातल पर कार्य करने हेतु पत्र लिखा है सरकारी कुर्सी की राजनीति में बनी दिवस है अब उत्तर प्रदेश में चुनावी मौसम में दस्तक दी है तो इस गंभीर विषय कि माननीय मुख्यमंत्री को याद आई है और आनन-फानन में अध्यादेश लाने की कवायद शुरू कर दी गई है ऐसे में मेरा माननीय मुख्यमंत्री से सवाल है। कि क्या यह घोषणा भी तीन तलाक पीड़ितों को लखनऊ बुलाकर मात्र ₹500 का गुजारा भत्ता देने आवास योजना का लाभ देने व रोजगार में उनके बेसहारा बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करने की हवाई घोषणा होगी क्योंकि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा जोर-शोर से घोषित इन लाभों को लेने के लिए तीन तलाक पीड़ितों द्वारा जिला प्रशासन से पूछने पर जिले के अधिकारियों द्वारा यही जवाब मिलता है कि हमारे पास शासन का कोई आदेश या सूचना नहीं है यह कहना अनुचित न होगा कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा व भ्रष्टाचार रोकने में पूर्णतया सफल हैं पुलिस प्रशासन में नेतागण पूरी तरह निरंकुश है विवेचना में धांधली झूठे मुकदमे लिखकर निर्दोष लोगों को हिला कर ठगी करना अफसरों की छत्रछाया में सरकारी योजनाओं में खुलेआम रिश्वत खोरी आदि अपने चरम पर हैं धरातल पर काम ना करने व कोरी बयानबाजी करने से अच्छा है कि माननीय मुख्यमंत्री अपनी व्यवस्था को स्वीकार करके अपने आका केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को अपना इस्तीफा सौंप कर चुनावी माहौल में महिलाओं की अस्मिता में बेबसी से जुड़े मुद्दे को कैश करने से बाज आएं।
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