आतंकियों से मोर्चा लेते हुए मेरठ के लाल अनिल तोमर वीरगति को प्राप्त हो गए। अनिल तोमर की शहादत से परिजनों में कोहराम मच गया। जिसके बाद देर...
आतंकियों से मोर्चा लेते हुए मेरठ के लाल अनिल तोमर वीरगति को प्राप्त हो गए। अनिल तोमर की शहादत से परिजनों में कोहराम मच गया। जिसके बाद देर रात 9:30 पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया उधर शहीद की शहादत पर योगी सरकार ने ₹ 50 लाख की आर्थिक मदद उसके परिवार को दी जायेगी और सरकार की तरफ से सांसद राजेंद्र अग्रवाल और गन्ना मंत्री सुरेश राणा शव यात्रा में पहुंचे।
मेरठ के रहने वाले अनिल तोमर दो दिन पहले शोपियां में आतंकियों से मुठभेड़ में घायल हो गए थे. इलाज के दौरान 28 दिसम्बर को शहीद हो गए. चालीस साल के शहीद अनिल तोमर अपने पीछे माता पिता पत्नी और दो बच्चे छोड़ गए हैं.
लाल के शहीद होने की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया.मेरठ के सिसौली गांव में शोक की लहर दौड़ गई. मेरठ के थाना मुण्डली गांव सिसौली के रहने वाले चालीस साल के अनिल तोमर के पिता भोपाल तोमर ने बताया कि दो दिन पहले शोपियां में आतंकियों से मुठभेड़ में वो घायल हो गए थे. उन्हें श्रीनगर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अट्ठाईस दिसम्बर को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई.
वही सिसौली गांव में मातम का माहौल छाया रहा देश के वीर जवान को भावभीनी श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा ।जिसके बाद राजकीय सम्मान के साथ शहीद अनिल तोमर का अंतिम संस्कार किया गया। वही सरकार ने अनिल तोमर की शहादत पर 50 लाख की आर्थिक मदद की है ।साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा भी किया है। इसके अलावा एक सड़क का नाम अनिल तोमर के नाम पर रखाज जाएगा।
नरेंद्र गौतम
मेरठ
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