थाना खैर इलाके के गांव बजेड़ा में सोमवार को 22 वर्षीय स्टूडेंट सुरेंद्र पाल अपहरण कांड में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए अपराह्न...
थाना खैर इलाके के गांव बजेड़ा में सोमवार को 22 वर्षीय स्टूडेंट सुरेंद्र पाल अपहरण कांड में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए अपराह्न किए गए स्टूडेंट की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा। मृतक युवक के आरोपी दोस्त शिवकुमार उर्फ रिंकू का उसकी छोटी बहन कीर्ति के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। प्रेम प्रसंगों के चलते आरोपी युवक रिंकू ने अपने दोस्त भूपेंद्र और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर उसका अपहरण कर 20 लाख रुपए फिरौती की मांग करते हुए सुरेंद्र की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर मृतक युवक के शव को बरामद करते हुए पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने घटना में शामिल भूपेंद्र, रिंकू, रिंकू का मामा रतन सिंह व राहुल सहित चारो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना खैर इलाके के गांव बझेड़ा में सोमवार की शाम छात्र सुरेंद्र पाल अपने खेतों पर रखवाली करने के लिये गया था। लेकिन देर रात तक वापस न लौटने पर उसके परिजनों ने उसको हर जगह तलाश किया था। लेकिन काफी तलाश के बाद भी उसका कही कुछ और कोई सुराग नहीं लग पाया। जहां मंगलवार को दोपहर बाद गायब छात्र सुरेंद्र पाल की बहन के मोबाइल पर हैदराबाद से 20 लाख रुपए फिरौती की रकम की मांग करते हुए हैदराबाद वाली ट्रेन में फिरौती की रकम का दो दिन में इंतजाम कर भेजने के लिये धमकी भरा मैसेज गायब सुरेन्द्र पाल के मोबाइल फोन से उसकी बहन के मोबाइल फोन पर किया गया था।बहन के मोबाइल पर फिरौती के लिए मैसेज आने के बाद गायब सुरेंद्र पाल के परिजन शिकायत लेकर थाना खैर पहुंचे और मैसेज को देख युवक के अपहरण कर हत्या की आशंका जताई गई थी। पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। जिसके बाद एसएसपी ने पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए घटना का खुलासा करने और गायब युवक की सकुशल बरामदगी के लिए पुलिस की तीन टीमें एसपीआरए के नेतृत्व में गठित की गई थी। जिस टीम में दो सीओ, तीन थानाध्यक्ष,क्राइम ब्रांच और स्वाट टीम को शामिल किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने बुधवार को भूपेंद्र सहित दो लोगों को शक के आधार पर हिरासत में लेते हुए पूछताछ शुरू कर दी गई थी।
V/0- स्टूडेंट अपहरण कांड में आरोपी युवक भूपेंद्र से पुलिस की पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ। जहा अपहरण कर गायब हुए युवक की छोटी बहन कीर्ति का युवक रिंकू के साथ प्रेम संबंध चल रहा था। आये दिन कीर्ति और रिंकू की प्यार भरी बातें मोबाईल फोन पर होती रहती थी। इन दोनो की फोन पर हुई बातों की भनक कीर्ति के भाई सुरेन्द्र को लग गई थी। जिन प्रेम संबंधों के अंदर गायब युवक सुरेंद्र पाल दोनों प्रेमी और प्रेमिका के प्यार के बीच बाधक बन रहा था। कीर्ति और रिंकू के बीच चल रहे प्रेम प्रसंग की इस बात को लेकर गायब युवक सुरेन्द्र ने अपने दोस्त शिवकुमार उर्फ रिंकू से नाराजगी जाहिर की थी। सुरेंद्र ने रिंकू को समझाते हुए अपनी छोटी बहन कीर्ति से दूर रहने के लिए कहते हुए नही मानने पर दोनो की प्रेम कहानी अपनी मां चाचा श्योदान सिंह के साथ युवक रिंकू के घरवालों को बता देने की बात कही थी। जिसके बाद शिवकुमार उर्फ रिंकू ने अपनी गलती मानकर उसकी बहन कीर्ति से फिर कभी ना बात करने की बात कहकर सुरेन्द्र से माफी मांगने के बाद मामला रफा दफा कर दिया था। लेकिन इस सब के बावजूद भी प्रेमी शिवकुमार उर्फ रिंकू अपनी प्रेमिका कीर्ति से मिलने के लिए तड़पता रहता था।
V/0- लेकिन रिंकू के प्यार के रास्ते का सबसे बड़ा रोड़ा कीर्ति का भाई सुरेंद्र पाल ही था। सुरेंद्र को रास्ते से हटाने के लिए रिंकू ने अपने दोस्त भूपेंद्र के साथ मिलकर सुरेंद्र का अपहरण कर उसकी हत्या के साथ उसके चाचा श्योदान से फिरौती की रकम लेने की योजना बनाई गई। उसने इस अपनी योजना में गांव के ही रहने वाले भूपेंद्र अपने दोस्त राहुल और मामा रतन सिंह को शामिल कर लिया। प्लान के अनुसार घटना वाले दिन 22 मार्च को लगभग 5:30 बजे भूपेंद्र ने सुरेंद्र को गांव के बाहर शराब पीने के लिए बुलाया गया था।
V/0- जहा सुरेंद्र शराब पीने के लिए नहर किनारे आ गया। नहर पर रिंकू उसका दोस्त राहुल जो मध्य प्रदेश का रहने वाला है उसका मामा रतन सिंह मिले।जहा भूपेंद्र अपनी इंडिका कार भी वहां पर ले कर आ गया था।जिसके बाद बातों ही बातों में चारों लोग शराब पीने के बहाने सुरेंद्र को लेकर टैटी गांव की तरफ चले गए। जहा बैठकर पहले पांचों लोगों ने मिलकर शराब पी और उसके बाद जब सुरेंद्र को ज्यादा नशा हो गया तब चारों ने उसके हाथ पांव पकड़ कर हाथों व गमछा से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
V/0- सुरेंद्र की हत्या करने के बाद उसी इंडिका गाड़ी से उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए रतन सिंह के गांव वेदना पहुंचे।जहा ट्यूबल से फावड़ा उठाकर यमुना नदी के किनारे गड्ढा खोदकर सुरेंद्र की लाश को ठिकाने लगा दिया। इसके बाद सुरेंद्र के परिजनों को 20 लाख रुपये की फिरौती का मैसेज किया। भूपेंद्र ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि अगर फिरौती का पैसा मिलता तो चारों लोग आपस में उस पैसो को बराबर-बराबर बांट लेते।
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